ज़ोमैटो का नाम नहीं बदलेगा, कंपनी ने अफवाहों को नकारा|(Zomato Not Renaming, Company Denies Rumors).

Zomato ने नाम बदलने की अफवाहों पर दी सफाई :

जब ज़ोमैटो ने अपनी मूल कंपनी का नाम “इटरनल” करने की घोषणा की, तो इंटरनेट पर हड़कंप मच गया। लोग यह सोचने लगे कि क्या उनकी पसंदीदा फूड डिलीवरी सेवा का नाम भी बदलेगा।

इन अफवाहों को रोकने के लिए, ज़ोमैटो ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की। उन्होंने लिखा, “दोस्तों, इटरनल सिर्फ मूल कंपनी का नाम है – ऐप का नाम ज़ोमैटो ही रहेगा।” पोस्ट में तीन रोते हुए इमोजी और एक मज़ेदार यूजर कमेंट का स्क्रीनशॉट भी था।

Zomato के बयान से बढ़ी चर्चा, सोशल मीडिया पर मजेदार रिएक्शन :

ज़ोमैटो ने अपनी मूल कंपनी का नाम “इटरनल” रखने का ऐलान किया, लेकिन उनके बयान ने लोगों की उलझन और बढ़ा दी। सोशल मीडिया पर यूजर्स तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

एक यूजर ने कन्फ्यूजन जाहिर करते हुए लिखा, “क्या इटरनल नाम से कोई नया ऐप आएगा जिसमें ये सारे ऐप्स होंगे?”

Zomato के नाम पर मजेदार सोशल मीडिया रिएक्शन :

ज़ोमैटो की मूल कंपनी का नाम “इटरनल” रखने की घोषणा के बाद, सोशल मीडिया पर यूजर्स ने मजेदार कमेंट्स की बाढ़ ला दी।

  • एक यूजर ने लिखा, “मूल कंपनी का नाम ‘टमाटर’ रखना चाहिए था!” 😂
  • दूसरे ने मजाक उड़ाते हुए कहा, “भाई, आप लोग बिज़नेस कर रहे हो या फैमिली ट्री बना रहे हो!?”
  • एक और यूजर ने लिखा, “ग्राहकों को सिर्फ खाना टाइम पर चाहिए, नाम चाहो तो ‘इटरनल भूख’ रख लो!”
  • वहीं, एक ने मजाक में कहा, “ज़ोमैटो के शाश्वत (इटरनल) बनने से हमें अनंत पीड़ा हो रही है!” 😆

READ MORE : https://shiftbuzz.xyz/rbi-ne-byaj-darb-ghataya-in-hindi/

Zomato की मूल कंपनी अब “इटरनल लिमिटेड” :

ज़ोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने गुरुवार को घोषणा की कि ज़ोमैटो, ब्लिंकिट, हाइपरप्योर और डिस्ट्रिक्ट की मूल कंपनी का नाम बदलकर “इटरनल लिमिटेड” कर दिया गया है।

उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि कंपनी के अधिकारी पहले से ही इस नाम का इस्तेमाल कर रहे थे, ताकि मूल कंपनी और फूड डिलीवरी ब्रांड (ज़ोमैटो) को अलग किया जा सके।

Zomato की मूल कंपनी अब “इटरनल लिमिटेड”, CEO ने बताया कारण :

दीपिंदर गोयल ने बताया कि जब ब्लिंकिट का अधिग्रहण किया गया था, तब से कंपनी के अंदर “इटरनल” नाम का इस्तेमाल किया जा रहा था, ताकि मूल कंपनी और ब्रांड (ज़ोमैटो ऐप) के बीच फर्क किया जा सके। उन्होंने कहा कि जब ज़ोमैटो के अलावा कोई और बिज़नेस ग्रोथ में अहम भूमिका निभाने लगेगा, तब कंपनी का नाम बदला जाएगा। अब, ब्लिंकिट के बढ़ते योगदान को देखते हुए, ज़ोमैटो लिमिटेड का नाम बदलकर “इटरनल लिमिटेड” किया जा रहा है।

मुनाफे में गिरावट :

अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में ज़ोमैटो का शुद्ध लाभ 57.3% गिरकर ₹59 करोड़ रह गया, जबकि पिछले साल इसी समय यह ₹138 करोड़ था। इसका कारण ब्लिंकिट पर ज्यादा खर्च करना रहा, क्योंकि कंपनी ने तेज़ डिलीवरी के लिए नए सेंटर्स खोले हैं।

निष्कर्ष:

ज़ोमैटो की मूल कंपनी ने अपना नाम बदलकर “इटरनल लिमिटेड” कर लिया है, लेकिन ज़ोमैटो ऐप का नाम वही रहेगा। सोशल मीडिया पर इस बदलाव को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं—कुछ लोगों ने इसे मज़ाकिया अंदाज में लिया, तो कुछ को कन्फ्यूजन हुआ। कंपनी के सीईओ दीपिंदर गोयल ने स्पष्ट किया कि यह कदम ज़ोमैटो और अन्य व्यवसायों (ब्लिंकिट, हाइपरप्योर, डिस्ट्रिक्ट) के बीच स्पष्टता लाने के लिए उठाया गया है। हालांकि, इस तिमाही में ज़ोमैटो के मुनाफे में गिरावट दर्ज की गई, जिसका मुख्य कारण ब्लिंकिट में बढ़ा हुआ निवेश रहा।

Leave a Comment