विराट कोहली की घरेलू क्रिकेट में वापसी :
विराट कोहली ने 12 साल बाद घरेलू क्रिकेट में वापसी की, और वह दिल्ली की रणजी टीम का हिस्सा बने। दिल्ली ने रणजी मैच में रेलवे के खिलाफ पहले क्षेत्ररक्षण (बॉलिंग) करने का फैसला किया। कोहली की वापसी ने घरेलू क्रिकेट को लेकर क्रिकेट प्रेमियों के बीच एक नई उम्मीद और उत्साह का माहौल पैदा किया।
कोहली, जो पिछले कुछ सालों में केवल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ही सक्रिय थे, घरेलू क्रिकेट में अपनी वापसी से खिलाड़ियों और दर्शकों को एक नई प्रेरणा देने के लिए तैयार थे। उनका अनुभव और क्रिकेट में लंबे समय तक खेल का असर टीम पर भी दिखाई दिया।
दिल्ली के इस रणजी मैच में कोहली की मौजूदगी ने टीम को एक नया जोश और आत्मविश्वास दिया। उनके साथ खेलने से टीम के अन्य खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहन मिला, और इससे टीम का प्रदर्शन मजबूत हुआ।
कोहली का यह कदम यह दिखाता है कि वह भारतीय क्रिकेट के हर पहलू में अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं, चाहे वह अंतरराष्ट्रीय मैच हो या घरेलू क्रिकेट।
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अरुण जेटली स्टेडियम में हाथापाई :
अरुण जेटली स्टेडियम में एक नाटकीय और अजीब घटना सामने आई, जब एक प्रशंसक ने सुरक्षा का उल्लंघन करते हुए मैदान पर प्रवेश किया। यह घटना उस समय हुई जब वह प्रशंसक क्रिकेट के एक प्रमुख खिलाड़ी, विराट कोहली से मिलने के लिए स्टेडियम के अंदर घुसने की कोशिश कर रहा था।
यह घटना उस समय और भी गंभीर हो गई जब सुरक्षा गार्ड्स ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रशंसक ने विरोध किया और हाथापाई शुरू हो गई। इस हाथापाई में दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक और शारीरिक संघर्ष हुआ। सुरक्षा कर्मी किसी भी कीमत पर प्रशंसक को मैदान से बाहर निकालने में जुट गए।
यह घटना मैच के बीच में ही घटित हुई, जिससे अन्य दर्शक और खिलाड़ी भी हैरान रह गए। सुरक्षा की इस चूक ने स्टेडियम की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया, और इसने यह भी दर्शाया कि ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
हालांकि, बाद में स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया और प्रशंसक को मैदान से बाहर निकाल दिया गया। स्टेडियम में खेल और मैच का माहौल फिर से सामान्य हो गया, लेकिन यह घटना क्रिकेट प्रशंसकों और सुरक्षा अधिकारियों के लिए एक चेतावनी बन गई।
दिल्ली-रेलवे मुकाबला: विराट की दिल्ली जर्सी में वापसी :
दिल्ली और रेलवे के बीच होने वाला रणजी मैच इस बार खास होने वाला है क्योंकि विराट कोहली दिल्ली की जर्सी में खेलते हुए नजर आएंगे। विराट की यह वापसी घरेलू क्रिकेट में 12 साल बाद हो रही है, और वह इस मैच में अपनी टीम को समर्थन देने के लिए मैदान पर उतरेंगे।
यह मुकाबला इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि विराट कोहली की दिल्ली टीम के लिए वापसी एक नई शुरुआत और मुक्ति की तरह प्रतीत हो रही है। इस मैच में कोहली का प्रदर्शन दिल्ली के लिए एक बड़ी प्रेरणा हो सकता है, और दर्शक इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए उत्सुक हैं।
विराट कोहली का टेस्ट प्रदर्शन 2020 से गिरा :
विराट कोहली को 2020 की शुरुआत से ही अपने टेस्ट प्रदर्शन में गिरावट का सामना करना पड़ा है। 2020 के बाद से उन्होंने 39 टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन इस दौरान उनका बल्लेबाजी औसत काफी गिरा है। विराट ने अब तक सिर्फ 8 शतक ही लगाए हैं, जो उनके लिए एक बड़ी चुनौती है।
इस गिरावट के बावजूद, विराट के फैन्स और विशेषज्ञ उम्मीद कर रहे हैं कि वह जल्द ही अपनी पुरानी फॉर्म में वापस लौटेंगे और प्रदर्शन में सुधार होगा।
विराट कोहली का 2024 में निराशाजनक प्रदर्शन :
पिछले साल, 2024 में विराट कोहली ने 10 टेस्ट मैचों में केवल 24.52 की औसत से सिर्फ 417 रन बनाए। इस दौरान, उन्होंने केवल एक शतक और एक अर्धशतक ही लगाया, जो उनके लिए एक निराशाजनक प्रदर्शन था।
हालांकि, अब भी फैन्स और विशेषज्ञ उम्मीद कर रहे हैं कि विराट जल्द ही अपनी फॉर्म में वापस लौटेंगे और अगले मैचों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
2007/08 सीज़न में विराट कोहली का बेहतरीन प्रदर्शन :
2007/08 का सीज़न विराट कोहली के लिए सांख्यिकीय रूप से बेहतर साबित हुआ। इस सीज़न में उन्होंने पांच मैचों और आठ पारियों में 53.28 की औसत से कुल 373 रन बनाए। उनका यह प्रदर्शन बेहद प्रभावशाली था और उन्होंने अपनी जगह टीम में मजबूत की।
विराट कोहली का 2012/13 सीज़न और रणजी करियर :
2012/13 सीज़न में विराट कोहली ने यूपी के खिलाफ सिर्फ एक मैच खेला, जिसमें उन्होंने 56 रन बनाए। अपने पूरे रणजी करियर में उन्होंने अब तक कुल 1,573 रन बनाए हैं, जो उनके बेहतरीन प्रदर्शन का प्रमाण है।
निष्कर्ष :
विराट कोहली ने 12 साल बाद घरेलू क्रिकेट में वापसी की, जिससे दिल्ली की रणजी टीम को नए जोश और प्रेरणा मिली। हालांकि, उनका टेस्ट प्रदर्शन 2020 के बाद गिरा है, लेकिन फैन्स की उम्मीदें अभी भी बरकरार हैं। रणजी में कोहली का अनुभव टीम के लिए मूल्यवान साबित हो सकता है, और उनके घरेलू क्रिकेट में योगदान से दिल्ली को एक नई शुरुआत मिल सकती है।