अंतराष्ट्रीय पतंग महोत्सव
गुजरात में हर साल 200 से अधिक त्यौहार मनाए जाते हैं। इनमें से एक सबसे बड़ा त्योहार है अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव यानी उत्तरायण। इस त्योहार की तैयारी महीनों पहले से शुरू हो जाती है, जब घरों में विशेष पतंगें बनाई जाती हैं।
उत्तरायण एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो भारतीय कैलेंडर के अनुसार सर्दी के अंत और गर्मियों की शुरुआत का प्रतीक है। यह किसानों के लिए फसल के मौसम की शुरुआत का संकेत है। गुजरात में यह त्योहार बहुत बड़े पैमाने पर मनाया जाता है, जहां लोग पतंग प्रतियोगिताएं आयोजित करते हैं और स्थानीय भोजन का आनंद लेते हैं। यह त्योहार इतना महत्वपूर्ण है कि यह दो दिनों तक चलने वाला सार्वजनिक अवकाश बन गया है।
उत्तरायण गुजरात और अन्य राज्यों में एक बड़ा त्योहार है, जिसे दो दिनों तक सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान लोग स्थानीय व्यंजन जैसे उंधियू, चिक्की और जलेबी का आनंद लेते हैं। त्योहार से पहले बाजार पतंग और अन्य सामग्री खरीदने वाले लोगों से भर जाते हैं। 2012 में, गुजरात में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव में 42 देशों के प्रतिभागियों ने भाग लिया था।
इतिहास (HISTORY)
उत्तरायण त्योहार में पतंग उड़ाने की परंपरा है, जिसका उद्देश्य देवताओं को उनकी नींद से जागृत करना है। यह परंपरा भारत के इतिहास में राजाओं और नवाबों द्वारा शुरू की गई थी। समय के साथ, यह खेल जन-जन तक पहुंच गया और अब यह गुजरात में एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय कार्यक्रम है। पहला अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव 1989 में आयोजित किया गया था और तब से यह एक वार्षिक आयोजन बन गया है।
जगह (Location)
अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव, उत्तरायण, गुजरात, तेलंगाना और राजस्थान के कई शहरों में मनाया जाता है। अहमदाबाद में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पतंग कार्यक्रम में कई देशों के आगंतुक आते हैं। इस त्योहार का आनंद लेने के लिए सबसे अच्छी जगह साबरमती रिवरफ्रंट या अहमदाबाद पुलिस स्टेडियम है, जहां लोग हजारों पतंगों से भरे आकाश को देखने के लिए आते हैं।
उत्तरायण त्योहार का आनंद लेने के लिए साबरमती रिवरफ्रंट और अहमदाबाद पुलिस स्टेडियम सबसे अच्छी जगहें हैं। यहां लोग हजारों पतंगों से भरे आकाश को देखने के लिए आते हैं। त्योहार के दौरान बाजार पतंग खरीदने वालों और विक्रेताओं से भर जाते हैं। अहमदाबाद में पतंग बाजार 24 घंटे खुला रहता है, जहां लोग थोक में पतंगें खरीदते हैं। कई परिवार घर पर ही पतंग बनाना शुरू करते हैं और अपने घरों में ही छोटी-छोटी दुकानें लगाते हैं।
KNOW MORE:जानिए फेमिना की विजेता के बारे में:निकिता पोरवाल MISS INDIA|
तारीख (Dates)
उत्तरायण त्योहार हर साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दौरान शुरू होता है और 15 जनवरी तक चलता है। यह त्योहार सर्दियों के अंत और अच्छे मौसम की वापसी का प्रतीक है। गुजरात में यह दिन सार्वजनिक अवकाश होता है, ताकि सभी लोग उत्सव में भाग ले सकें। 15 जनवरी को इसे वासी उत्तरायण के नाम से जाना जाता है।
प्रतिभागियों (Participants)
उत्तरायण त्योहार का उल्लेख ऋग्वेद में है, जो 5000 वर्ष से अधिक पुराना है। यह त्योहार शुभ छह महीने की अवधि की शुरुआत का प्रतीक है। गुजरात में जनवरी में आयोजित इस त्योहार में पतंग उड़ाने का मुख्य आकर्षण है। यहाँ लगभग 8-10 मिलियन लोग भाग लेते हैं और दुनिया भर से आगंतुक आते हैं। त्योहार में विभिन्न प्रकार की पतंगें दिखाई जाती हैं और सार्वजनिक संस्थाएं भी इसमें भाग लेती हैं।
दूसरे देशो में KITE FESTIVAL
दुनिया भर में कई पतंग उत्सव आयोजित किए जाते हैं, जिनमें से कुछ सबसे लोकप्रिय हैं:
1. जापान पतंग महोत्सव – उचिनाडा, इशिकावा
2. चीन पतंग महोत्सव – वेफ़ांग
3. जकार्ता पतंग महोत्सव – पंगंदरान
4. वाशिंगटन डी.सी. अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव
5. इंडोनेशिया पतंग महोत्सव – बाली
6. यूनाइटेड-किंगडम पतंग महोत्सव – ब्रिस्टल
7. नीदरलैंड पतंग महोत्सव – वाल्केन्सवार्ड
8. तेलंगाना अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव – भारत
इन उत्सवों में विभिन्न प्रकार की पतंगें दिखाई जाती हैं और लोगों को पतंग उड़ाने का आनंद मिलता है।