हुंडई का Q3 मुनाफा 19% घटा:
नई दिल्ली: हुंडई मोटर इंडिया ने मंगलवार को बताया कि कमजोर मांग और भू-राजनीतिक कारणों के चलते 31 दिसंबर, 2024 को समाप्त तीसरी तिमाही में कंपनी का कर पश्चात समेकित लाभ 19 प्रतिशत घटकर ₹1,161 करोड़ हो गया। इन कारणों से घरेलू और निर्यात बिक्री में कमी आई, जिससे कंपनी का मुनाफा प्रभावित हुआ।
बिक्री में कमी:
हुंडई मोटर इंडिया ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का कर पश्चात लाभ (PAT) ₹1,425 करोड़ था, लेकिन इस बार यह ₹1,161 करोड़ रह गया, जो पिछले साल की तुलना में 19% कम है।
कंपनी के लिए यह कमी मुख्य रूप से कमजोर मांग और भू-राजनीतिक तनावों के कारण आई है। इसी वजह से तीसरी तिमाही में हुंडई का कुल परिचालन राजस्व ₹16,648 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह ₹16,875 करोड़ था।
यह गिरावट मुख्य रूप से घरेलू और निर्यात बिक्री में कमी के कारण हुई है, जिसके कारण कंपनी को लाभ में कमी का सामना करना पड़ा।
हुंडई की तीसरी तिमाही बिक्री में कमी:
हुंडई मोटर इंडिया ने अपनी तीसरी तिमाही में कुल 1,86,408 यूनिट यात्री वाहन बेचे। हालांकि, यह संख्या पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बेची गई 1,90,979 यूनिट से 2% कम है।
इस दौरान, घरेलू बिक्री में 1,46,022 यूनिट और निर्यात में 40,386 यूनिट का योगदान रहा।
यह बिक्री में गिरावट मुख्य रूप से कम मांग और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की समस्याओं के कारण हुई, जो पूरे उद्योग को प्रभावित कर रही हैं। इस बिक्री में कमी का असर कंपनी के मुनाफे पर पड़ा, जिसके चलते कंपनी को पिछले साल की तुलना में कम लाभ हुआ है।
हुंडई ने अपनी तीसरी तिमाही के दौरान एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। कंपनी ने अब तक की सबसे बड़ी सीएनजी (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस) पैठ हासिल की, जो 15 प्रतिशत तक पहुंच गई है। पिछले साल की तीसरी तिमाही में यह केवल 12 प्रतिशत थी।
इसके अलावा, हुंडई ने यह भी बताया कि तिमाही के दौरान उसने ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि देखी है। इसका मतलब है कि कंपनी ने अपने उत्पादों की बिक्री को ग्रामीण बाजारों में बढ़ावा देने में सफलता पाई है, जो आमतौर पर बड़े शहरी बाजारों के मुकाबले चुनौतीपूर्ण होते हैं।
इस वृद्धि का मुख्य कारण कंपनी के नए और सुविधाजनक मॉडल हैं, जो भारतीय ग्राहकों की मांग के अनुसार बनाए गए हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो ग्रामीण इलाकों में रहते हैं।
हुंडई को क्रेटा इलेक्ट्रिक से बड़ी उम्मीदें:
हुंडई का मानना है कि हाल ही में लॉन्च की गई क्रेटा इलेक्ट्रिक बहुत बड़ी सफलता हासिल करेगी। कंपनी का कहना है कि यह इलेक्ट्रिक कार अपनी मजबूती के साथ बाजार में अच्छी गति बनाए रखेगी और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) क्षेत्र में एक गेम-चेंजर साबित होगी।
हुंडई भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बना रही है, जिसमें स्थानीयकरण और चार्जिंग सुविधाओं जैसे पहलू शामिल हैं। इसका उद्देश्य भारतीय बाजार में ईवी को और अधिक लोकप्रिय बनाना और ग्राहकों के लिए सुविधाएं बढ़ाना है।
निष्कर्ष:
हुंडई मोटर इंडिया की तीसरी तिमाही में मुनाफे में 19% की गिरावट आई, जो कमजोर मांग और भू-राजनीतिक तनावों के कारण हुई। कंपनी की घरेलू और निर्यात बिक्री में कमी आई, जिससे उसका मुनाफा प्रभावित हुआ। हालांकि, कंपनी ने सीएनजी वाहनों में बढ़ोतरी और ग्रामीण बाजारों में मजबूती दिखाई है, जो एक सकारात्मक संकेत है। हुंडई का विश्वास है कि क्रेटा इलेक्ट्रिक, जो हाल ही में लॉन्च हुई है, भविष्य में एक बड़ी सफलता होगी और भारतीय बाजार में ईवी को और ज्यादा लोकप्रिय बनाएगी।
कुल मिलाकर, जबकि हुंडई को तिमाही में नुकसान हुआ, उसने कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ भी हासिल की हैं और भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में और अधिक सफलता की उम्मीद जताई है।