boAt के सह-संस्थापक गुप्ता ने सोशल मीडिया पर जताई खुशी:
boAt लाइफस्टाइल के सह-संस्थापक अमन गुप्ता ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए खुशी जताई। उन्होंने अपने नए अधिग्रहण या व्यापारिक कदम के बारे में जानकारी साझा की और इसे अपने लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। सोशल मीडिया के माध्यम से गुप्ता ने अपनी सफलता और भविष्य की योजनाओं के बारे में अपने फॉलोअर्स से भी बात की।
अमन गुप्ता की सफलता की कहानी:
अमन गुप्ता, जो पहले ‘शार्क टैंक इंडिया’ में अपनी पहचान बना चुके हैं, ने एचयूएल (हिंदुस्तान यूनिलीवर) के मिनिमलिस्ट ब्रांड के अधिग्रहण पर खुशी जताई। उन्होंने इसे “भारत के डी2सी (डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर) इकोसिस्टम के लिए एक बड़ी जीत” बताया।
यह अधिग्रहण एक छोटे से सपने से शुरू होकर एक बड़ी उद्योग क्रांति का हिस्सा बन चुका है, जो भारतीय बाजार में नये अवसरों की ओर इशारा करता है।
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अमन गुप्ता ने मिनिमलिस्ट सौदे की सराहना की: भारतीय डी2सी क्षेत्र के लिए बड़ी जीत:
उद्यमी अमन गुप्ता ने हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) द्वारा लोकप्रिय सौंदर्य ब्रांड मिनिमलिस्ट में 2,955 करोड़ रुपये में 90.5% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया। गुप्ता ने इस सौदे को “भारतीय डी2सी इकोसिस्टम के लिए एक बड़ी जीत” बताते हुए इसकी सराहना की।
boAt लाइफस्टाइल के सह-संस्थापक गुप्ता ने इस ऐतिहासिक सौदे का जश्न मनाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X का इस्तेमाल किया और बताया कि यह सौदा भारतीय प्रत्यक्ष-से-उपभोक्ता (D2C) क्षेत्र में निवेशकों और संस्थापकों के लिए कितना महत्वपूर्ण है।
अमन गुप्ता का मिनिमलिस्ट एक्विजिशन पर बयान: “सपने से लेकर उद्योग क्रांति तक”
अमन गुप्ता ने मिनिमलिस्ट ब्रांड के अधिग्रहण पर कहा, “से – एक छोटा सा सपना, एक विघटनकारी विचार, और बहुत सारी मेहनत.. से – सबसे बड़ा निकास, एक उद्योग क्रांति, और बहुत सारी प्रेरणा 🙂।”
उन्होंने यह भी कहा कि अब डी2सी ब्रांड (डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर) “सिर्फ चुनौती देने वाले नहीं रह गए हैं”, बल्कि वे पूरी तरह से उद्योग को बदलने की दिशा में काम कर रहे हैं।
निष्कर्ष:
अमन गुप्ता की यात्रा एक छोटे से सपने से शुरू होकर एक बड़े उद्योग परिवर्तन तक पहुंची है। हिंदुस्तान यूनिलीवर द्वारा मिनिमलिस्ट ब्रांड का अधिग्रहण भारतीय डी2सी (डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर) इकोसिस्टम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल भारतीय बाजार में नए अवसरों का द्वार खोलता है, बल्कि इस क्षेत्र में निवेशकों और संस्थापकों के लिए भी एक बड़ी जीत साबित हो रहा है।
गुप्ता ने सोशल मीडिया पर अपने इस ऐतिहासिक कदम का जश्न मनाया और इसे “सपने से उद्योग क्रांति” तक की यात्रा बताया। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि अब डी2सी ब्रांड सिर्फ चुनौती देने वाले नहीं रह गए हैं, बल्कि वे पूरे उद्योग को बदलने की दिशा में काम कर रहे हैं।
यह अधिग्रहण इस बात का प्रतीक है कि भारतीय बाजार में नवाचार और सफलता की नयी संभावनाएं हैं, और इस तरह की रणनीतियों से उभरते हुए ब्रांड भारतीय उद्योग की दिशा बदल सकते हैं।