ASI की बेटी से IAS बनने तक का सफर|
रूपल राणा ने अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की और आईएएस अधिकारी बनीं। वह एक एएसआई की बेटी हैं और उनकी कहानी दृढ़ता और कड़ी मेहनत की शक्ति को दर्शाती है।
शरुवाती जीवन:
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले की रहने वाली रूपल राणा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 26वीं रैंक हासिल कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। रूपल राणा दिल्ली पुलिस में तैनात एएसआई जसवीर राणा की बेटी हैं। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे बागपत जिले को गौरवान्वित किया है।
शिक्षा और योग्यता:
रूपल राणा ने अपनी शिक्षा बागपत के जेपी पब्लिक स्कूल से शुरू की, जहाँ उन्होंने 10 सीजीपीए हासिल किया। इसके बाद, उन्होंने पिलानी के बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस से 11वीं और 12वीं कक्षा पूरी की। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के देशबंधु कॉलेज से बीएससी की डिग्री हासिल की और विश्वविद्यालय टॉपर बनीं।
मुश्किल परिस्थिति:
रूपल राणा के जीवन में एक बड़ी चुनौती तब आई जब उन्होंने कम उम्र में अपनी माँ को खो दिया। लेकिन उनके पिता, जसवीर राणा, ने उनका साथ दिया और उन्हें मजबूत बनाया। उनके परिवार के समर्थन ने रूपल को अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में मदद की और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
रूपल राणा के लिए सफलता आसान नहीं थी। उन्हें यूपीएससी परीक्षा में दो बार असफलता का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने अनुभवों से सीखा और अपनी तैयारी रणनीतियों को सुधारा। अंततः, उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में परीक्षा उत्तीर्ण की और आईएएस अधिकारी बनने का अपना सपना पूरा किया।
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समाज पर प्रभाव:
रूपल राणा की सफलता की कहानी युवा उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी कहानी यह सिखाती है कि लचीलापन, कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। उन्होंने यह भी दिखाया है कि असफलता से सीखकर और हार नहीं मानकर सफलता प्राप्त की जा सकती है।
रूपल राणा की सफलता की कहानी समाज को प्रेरित करती है और यह दिखाती है कि समर्पण, पारिवारिक मूल्यों और सहायक वातावरण की ताकत से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उनकी जीत व्यक्तिगत धैर्य और समुदाय की जीत का प्रतीक है।
रूपल राणा की प्रेरक कहानी दृढ़ता और कड़ी मेहनत की शक्ति को दर्शाती है। उनकी यात्रा यह साबित करती है कि अगर आप खुद पर विश्वास करते हैं, तो कोई भी सपना हासिल किया जा सकता है। वह एक आदर्श के रूप में खड़ी हैं, जो यह सिखाती हैं कि सफलता उन्हीं को मिलती है जो इसे हासिल करने का साहस करते हैं।
उद्देश्य
रूपल राणा भारत के युवानो और युवतिओं के लिए प्रेरणा दायाक स्त्रोत हे| जिन्होंने कितनि कठनाइयों का सामना करा और फिर भी असफलता प्राप्त होने के बाद भी निरंतर प्रयास किया और सफल हुइ|
रूपल राणा की सफलता की कहानी यह साबित करती है कि महत्वाकांक्षा, कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन से कोई भी विपरीत परिस्थितियों से उबर सकता है और अपने सपनों को पूरा कर सकता है।