कोलोराडो के जंगलों में कार्बन प्रोडक्शन बढ़ा:
कोलोराडो के जंगल अब पहले की तरह कार्बन को अवशोषित नहीं कर पा रहे हैं। कीड़ों के हमले, बीमारियों और जंगल की आग के कारण कई पेड़ मर रहे हैं। इससे जंगल कार्बन डाइऑक्साइड को रोकने की बजाय, हवा में अधिक कार्बन छोड़ रहे हैं।
इस स्थिति को समझने और ट्रैक करने के लिए एक नई फ़ॉरेस्ट कार्बन इन्वेंटरी बनाई गई है। यह रिपोर्ट नीति निर्माताओं और वन प्रबंधकों को जरूरी डेटा देती है, जिससे वे जंगलों को बेहतर तरीके से संभाल सकें।
कोलोराडो राज्य वन सेवा की रिपोर्ट के मुताबिक, कोलोराडो के जंगलों में बड़ी मात्रा में कार्बन जमा है। लेकिन हाल के वर्षों में, जंगलों ने कार्बन को सोखने के बजाय ज्यादा कार्बन हवा में छोड़ दिया है। इसका सबसे बड़ा कारण है पेड़ों की मौत, जो कीड़ों और बीमारियों की वजह से हो रही है।
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पेड़ प्राकृतिक रूप से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं, जिससे यह गैस वातावरण में कम होती है और जलवायु पर सकारात्मक असर पड़ता है। लेकिन जब पेड़ मरते और सड़ते हैं, तो वे अपने अंदर जमा कार्बन धीरे-धीरे हवा में छोड़ देते हैं।
इस रिपोर्ट के निष्कर्ष बहुत महत्वपूर्ण हैं। इससे नीति निर्माता जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कार्बन कम करने के उपाय सोच सकते हैं। वहीं, वन प्रबंधक जंगलों और कार्बन को संतुलित रखने के लिए लंबी अवधि की योजनाएँ बना सकते हैं।
नेचुरल रिसोर्स इकोलॉजी लेबोरेटरी के वैज्ञानिक टोनी वोर्स्टर ने कहा कि लोग जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए प्रकृति पर भरोसा कर रहे हैं। लेकिन कोलोराडो के जंगल अब कार्बन सोखने के बजाय उसे छोड़ रहे हैं। सूखा और जंगल की आग इस समस्या को और बढ़ा सकते हैं, इसलिए हमें कार्बन उत्सर्जन कम करने के दूसरे तरीके खोजने होंगे।
वन कार्बन का सबसे विस्तृत अध्ययन:
कोलोराडो की वन कार्बन इन्वेंटरी अब तक का सबसे विस्तृत अध्ययन है, जो बताता है कि जंगलों और लकड़ी के उत्पादों में कितना कार्बन जमा है और समय के साथ यह कैसे बदल रहा है।
वैज्ञानिक टोनी वोर्स्टर का कहना है कि जंगलों में कभी कार्बन सोखने (कार्बन सिंक) और कभी छोड़ने (कार्बन स्रोत) का प्राकृतिक चक्र होता है। लेकिन असली ध्यान दीर्घकालिक बदलावों पर है।
इस अध्ययन के लिए कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक कार्बन लेखांकन प्रणाली बनाई। यह भविष्य में होने वाले परिवर्तनों को ट्रैक करने के लिए एक आधार रेखा तैयार करती है। नीति निर्माता और वन प्रबंधक इस डेटा की मदद से लंबी अवधि के फैसले ले सकते हैं। यह रिपोर्ट हर कुछ साल में अपडेट की जाएगी।
पेड़ों का सटीक कार्बन ट्रैकिंग:
टोनी वोर्स्टर ने बताया कि इस नई इन्वेंटरी में पिछले अनुमानों की तुलना में अधिक कार्बन भंडारण और कम उत्सर्जन पाया गया है, संभवतः कार्यप्रणाली में अंतर के कारण।
इस नई प्रणाली को विकसित करने के लिए, कोलोराडो स्टेट फॉरेस्ट सर्विस (CSFS) और नेचुरल रिसोर्स इकोलॉजी लैब (NREL) ने वेस्ट कोस्ट राज्यों की विधियों को रॉकी माउंटेन क्षेत्र के लिए अनुकूलित किया। इससे एक ऐसा टेम्पलेट बना, जिसका उपयोग अन्य राज्य भी कर सकते हैं।
यह इन्वेंटरी अमेरिकी फॉरेस्ट सर्विस के डेटा का उपयोग करके पेड़ों की वृद्धि, कटाई और मृत्यु दर के रुझानों को ट्रैक करती है। CSFS ने 2002 से हर 10 साल में कोलोराडो के विभिन्न क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया है, जो राज्य के समग्र वन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसमें शहरी पेड़ शामिल नहीं हैं। साथ ही, 1954 से लकड़ी की कटाई के आंकड़ों का उपयोग करके लकड़ी के उत्पादों में कार्बन भंडारण में बदलावों का निर्धारण किया गया है।
निष्कर्ष:
कोलोराडो के जंगलों में कीटों, बीमारियों और जंगल की आग के कारण पेड़ों की बढ़ती मृत्यु दर से कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि हो रही है। इस चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए, कोलोराडो स्टेट फॉरेस्ट सर्विस और नेचुरल रिसोर्स इकोलॉजी लेबोरेटरी ने एक विस्तृत फ़ॉरेस्ट कार्बन इन्वेंटरी विकसित की है। यह इन्वेंटरी नीति निर्माताओं और वन प्रबंधकों को सटीक डेटा प्रदान करती है, जिससे वे दीर्घकालिक रणनीतियाँ बना सकते हैं। इस प्रयास से, जंगलों के कार्बन संतुलन को समझने और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में महत्वपूर्ण सहायता मिलेगी।