आईटीसी (ITC) होटल्स के शेयर में गिरावट|(ITC Hotels Shares Drop For Second Consecutive Day.)

आईटीसी होटल्स के शेयर में लगातार गिरावट:

आईटीसी होटल्स, जो हाल ही में एक अलग इकाई के रूप में लिस्ट हुआ था, का शेयर मूल्य लगातार दूसरे दिन गिरता जा रहा है। लिस्टिंग के एक दिन बाद गुरुवार को शेयर 5% गिरकर 163.25 रुपये के इंट्रा-डे निचले स्तर तक पहुंच गया।

आईटीसी होटल्स को 29 जनवरी को एनएसई और बीएसई पर लिस्ट किया गया था। इसके बाद से शेयर में यह गिरावट देखी जा रही है, जो निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन सकता है।

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आईटीसी होटल्स का शेयर लिस्टिंग के पहले दिन गिरा :

आईटीसी होटल्स के शेयर लिस्टिंग के पहले दिन 5% तक गिर गए। एनएसई पर इसका पहला कारोबारी सत्र 4.5% गिरकर बंद हुआ। शेयर की लिस्टिंग 29 जनवरी को हुई थी, और इस दिन यह 180 रुपये के भाव पर एनएसई और 188 रुपये के भाव पर बीएसई पर लिस्ट हुआ।

लिस्टिंग के बाद, निवेशकों ने इसका कम दाम पर कारोबार देखा, जिससे शेयर मूल्य में गिरावट आई। हालांकि, यह गिरावट कंपनी के लिए चिंता का विषय हो सकती है, क्योंकि यह निवेशकों की प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगा कि आगे आने वाले समय में इसकी कीमत कैसे बदलती है।

आईटीसी ने होटल व्यवसाय को अलग करके नई इकाई बनाई :

जनवरी 2025 में, आईटीसी ने अपने होटल व्यवसाय को अलग करने और उसे एक अलग इकाई के रूप में सूचीबद्ध करने का ऐलान किया। इस कदम को मूल्य अनलॉकिंग के रूप में देखा जा रहा है, यानी इससे कंपनी की संपत्तियों की वास्तविक कीमत बढ़ने की उम्मीद है।

आईटीसी होटल्स को 1:10 अनुपात योजना के साथ विभाजित किया गया, जिसका मतलब है कि जिन निवेशकों के पास आईटीसी के 10 शेयर थे, उन्हें एक नया शेयर आईटीसी होटल्स का मिलेगा। इसके बाद, आईटीसी ने आईटीसी होटल्स में 40% का स्वामित्व रखा, जबकि बाकी 60% शेयरधारकों को आवंटित किया गया।

इस कदम से आईटीसी के निवेशकों को होटल व्यवसाय में हिस्सेदारी मिलने के साथ-साथ, उन्हें कंपनी के शेयरों का भी फायदा मिल सकता है, क्योंकि होटल व्यवसाय को अलग करने से इसके मूल्य का पता चल सकता है।

आईटीसी होटल्स में बहिर्वाह और ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको की हिस्सेदारी में कमी की संभावना :

ब्रोकरेज फर्म जेफ़रीज़ का मानना है कि आईटीसी होटल्स के शेयरों में ईटीएफ (एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड) की बिक्री के कारण महत्वपूर्ण बहिर्वाह (fund outflow) देखा जा सकता है। इसका मतलब है कि निवेशकों को इसके शेयरों से पैसा निकालने की संभावना हो सकती है, जिससे इसके शेयरों की कीमत पर असर पड़ सकता है।

इसके अलावा, यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको (BAT) अपनी आईटीसी होटल्स में 10% हिस्सेदारी कम कर सकता है। फिलहाल BAT के पास आईटीसी होटल्स में 25% की हिस्सेदारी है, लेकिन इसे घटाकर 15% तक किया जा सकता है। इसका असर कंपनी की शेयरधारिता संरचना पर पड़ सकता है और इसके बाजार में प्रदर्शन पर भी असर हो सकता है।

आईटीसी होटल्स के बारे में जानकारी :

आईटीसी होटल्स के पास कुल 140 संपत्तियाँ और 13,000 कमरे हैं। इनमें से कुछ कमरे कंपनी के स्वामित्व में हैं, जबकि कुछ को वे प्रबंधित करती हैं। इनकमरों का अनुपात 45:55 है, मतलब 45% स्वामित्व में हैं और 55% प्रबंधित हैं। आईटीसी होटल्स के पास 6 अलग-अलग ब्रांड हैं।

फायनेंशियल वर्ष 2024 (FY24) में, होटल बिजनेस की औसत अधिभोग दर (occupancy rate) 69% थी। इस वर्ष में, होटल बिजनेस ने आईटीसी के कुल राजस्व में 4.1% का योगदान दिया और परिचालन लाभ में 3% का योगदान था।

इसके अलावा, 2019 में औसत कमरे की दर (ARR) 7,900 रुपये थी, जो अब बढ़कर 12,000 रुपये हो गई है। इसका मतलब है कि यह दर 52% बढ़ी है।

निष्कर्ष:

आईटीसी होटल्स के शेयर में हालिया गिरावट और उसकी लिस्टिंग के बाद की कमजोरी निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन सकती है। लिस्टिंग के पहले दिन से ही शेयर में 5% की गिरावट आई, और इसके बाद भी यह लगातार गिरावट का सामना कर रहा है। हालांकि, आईटीसी ने अपने होटल व्यवसाय को अलग करके एक नई इकाई बनाई है, जिससे इसे मूल्य अनलॉकिंग का फायदा हो सकता है।

इसके बावजूद, ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि आईटीसी होटल्स के शेयरों में बहिर्वाह हो सकता है, और ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको (BAT) की हिस्सेदारी में कमी की संभावना भी है, जो शेयरों की कीमत को प्रभावित कर सकती है।

आईटीसी होटल्स का पोर्टफोलियो मजबूत है, जिसमें 140 संपत्तियाँ और 13,000 कमरे शामिल हैं, साथ ही इसकी अधिभोग दर भी अच्छी रही है। बावजूद इसके, उच्च मूल्यांकन और बाजार में उतार-चढ़ाव से आने वाली चुनौतियाँ इसे निवेशकों के लिए जोखिमपूर्ण बना सकती हैं। निवेशकों को आगे के जोखिमों और संभावित अवसरों को ध्यान में रखते हुए सतर्क रहना चाहिए।

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